अप्रैल 2025 में सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। इस महीने अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों बाजारों में सोना नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा, जिससे निवेशकों और आम ग्राहकों के बीच हलचल तेज हो गई। दिल्ली, मुंबई, चेन्नई समेत देश के प्रमुख शहरों में 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का भाव 98,000 रुपये के पार चला गया, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतें $3,500 प्रति औंस के ऐतिहासिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं, जो साल की शुरुआत से 31% की जबरदस्त बढ़त है।
Gold Price Raise High
शहर | 24 कैरेट (₹/10 ग्राम) | 22 कैरेट (₹/10 ग्राम) |
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दिल्ली | ₹98,170 | ₹89,800 |
मुंबई | ₹98,030 | ₹89,800 |
चेन्नई | ₹95,090 | ₹87,166 |
हैदराबाद | ₹94,970 | ₹87,056 |
कोलकाता | ₹94,680 | ₹86,790 |
डेटा: 16-29 अप्रैल 2025
अप्रैल में तेजी के प्रमुख कारण
- अंतरराष्ट्रीय अनिश्चितता: अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध, अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा टैरिफ घोषणाएं, और वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका से निवेशकों ने सोने को सुरक्षित निवेश माना।
- डॉलर में कमजोरी: अमेरिकी डॉलर में कमजोरी से सोने की कीमतों को सपोर्ट मिला।
- केंद्रीय बैंकों की खरीदारी: चीन समेत कई देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा बड़ी मात्रा में सोना खरीदा गया, जिससे मांग और कीमतें दोनों बढ़ीं।
- फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति: अमेरिका के केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों में कटौती के संकेत से सोने की कीमतों को और बढ़ावा मिला।
- इक्विटी और बॉन्ड मार्केट में अस्थिरता: अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड की बिक्री बढ़ने और शेयर बाजार में अस्थिरता से निवेशकों ने सोने की ओर रुख किया।
अप्रैल 2025 में सोने की कीमतों का ट्रेंड
- 16 अप्रैल: 24 कैरेट सोना ₹94,573/10 ग्राम (फ्यूचर्स), दिल्ली में ₹94,650/10 ग्राम।
- 19 अप्रैल: दिल्ली के सराफा बाजार में ₹98,170/10 ग्राम, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है।
- 29 अप्रैल: मुंबई में 24 कैरेट सोना ₹98,030/10 ग्राम, दिल्ली में लगभग ₹98,170/10 ग्राम।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार: सोना $3,500 प्रति औंस के पार, साल की शुरुआत से 31% की बढ़त।
विशेषज्ञों की राय और भविष्य का अनुमान
- गोल्डमैन सैक्स, सिटी और जेपी मॉर्गन जैसे बड़े इन्वेस्टमेंट बैंक मानते हैं कि 2025 के अंत तक सोना $3,700-$4,500 प्रति औंस तक जा सकता है, यानी अभी भी इसमें और तेजी की संभावना है।
- भारत में भी सोने ने इस साल की शुरुआत से अब तक निवेशकों को 60% तक का रिटर्न दिया है।
- अमेरिकी मंदी की आशंका, वैश्विक तनाव और केंद्रीय बैंकों की खरीदारी के चलते सोने की कीमतों में मजबूती बनी रह सकती है।
निवेशकों के लिए सलाह
- सोने की कीमतों में तेज़ी के बावजूद, बाजार में उतार-चढ़ाव संभव है। इसलिए लंबी अवधि के लिए निवेश करें।
- फिजिकल गोल्ड के साथ-साथ गोल्ड ETF और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जैसे विकल्प भी चुनें।
- सोने की कीमतों में गिरावट आने पर खरीदारी का मौका मिल सकता है, लेकिन निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
Frequently Asked Questions (FAQs)
1. अप्रैल 2025 में सोने की कीमतों में इतनी तेज़ी क्यों आई?
अंतरराष्ट्रीय आर्थिक अनिश्चितता, डॉलर में कमजोरी, केंद्रीय बैंकों की खरीदारी और फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति के चलते सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी आई।
2. क्या सोने की कीमतें आगे और बढ़ सकती हैं?
विशेषज्ञों के अनुसार, 2025 के अंत तक सोना $3,700-$4,500 प्रति औंस तक जा सकता है, यानी अभी और तेजी संभव है।
3. क्या अभी सोने में निवेश करना सही है?
अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं तो सोना अच्छा विकल्प है, लेकिन खरीदारी से पहले बाजार की स्थिति और सलाहकार की राय जरूर लें।
4. अप्रैल 2025 में भारत में सोने का उच्चतम भाव क्या रहा?
दिल्ली के सराफा बाजार में 24 कैरेट सोना ₹98,170/10 ग्राम तक पहुंच गया, जो अब तक का रिकॉर्ड है।
निष्कर्ष
अप्रैल 2025 में सोने की कीमतों में ऐतिहासिक तेजी दर्ज की गई है। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना न सिर्फ निवेशकों के लिए सुरक्षित ठिकाना बना, बल्कि इसने रिकॉर्ड रिटर्न भी दिया। वैश्विक अनिश्चितता, डॉलर की कमजोरी और केंद्रीय बैंकों की खरीदारी जैसे कारकों ने सोने को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। विशेषज्ञों की राय है कि आगे भी सोने की कीमतों में मजबूती बनी रह सकती है, लेकिन निवेश से पहले बाजार की चाल और जोखिमों को जरूर समझें।
Disclaimer: यह जानकारी अप्रैल 2025 के विश्वसनीय समाचार स्रोतों और बाजार डेटा पर आधारित है। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें।