भारत में डिजिटल पेमेंट का सबसे लोकप्रिय माध्यम Unified Payments Interface (UPI) है। यह प्रणाली न केवल तेज़ और सुरक्षित है, बल्कि अब तक यह मुफ्त लेन-देन के लिए जानी जाती थी। हालांकि, हाल ही में National Payments Corporation of India (NPCI) ने कुछ नए नियम लागू किए हैं, जिनके तहत UPI लेन-देन पर शुल्क लगाया जा सकता है।
इस लेख में हम UPI पर लगने वाले नए शुल्क, उनके प्रभाव, और इससे जुड़े सभी पहलुओं की विस्तार से चर्चा करेंगे। साथ ही यह भी जानेंगे कि किन परिस्थितियों में शुल्क लागू होगा और किन पर नहीं।
UPI Fees Hike
विवरण | जानकारी |
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शुल्क लागू तिथि | 1 अप्रैल 2025 |
शुल्क की दर | 0.5% से 1.1% (₹2000 से अधिक के लेन-देन पर) |
लागू क्षेत्र | Prepaid Payment Instruments (PPIs) के माध्यम से किए गए लेन-देन |
छूट प्राप्त क्षेत्र | बैंक-टू-बैंक व्यक्तिगत लेन-देन |
प्रभावित उपयोगकर्ता | व्यापारी और PPI उपयोगकर्ता |
अधिकतम शुल्क सीमा | ₹10 से ₹20 प्रति लेन-देन |
UPI पर शुल्क क्यों लगाया जा रहा है?
प्रमुख कारण:
- लेन-देन की लागत को कवर करना:
NPCI ने यह कदम उठाया है ताकि डिजिटल पेमेंट्स की प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे की लागत को कवर किया जा सके। - व्यापारिक लेन-देन का प्रबंधन:
व्यापारियों के लिए UPI का उपयोग अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए शुल्क लगाया गया है। - डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देना:
छोटे व्यापारियों और व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं को छूट देकर डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
किन लेन-देन पर लगेगा शुल्क?
शुल्क लागू:
- Prepaid Payment Instruments (PPIs) जैसे कि Paytm Wallet, PhonePe Wallet आदि के माध्यम से ₹2000 से अधिक के लेन-देन पर।
- व्यापारिक भुगतान (P2M) जैसे कि दुकानों या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर QR कोड स्कैन करके किए गए भुगतान।
शुल्क नहीं लागू:
- बैंक-टू-बैंक व्यक्तिगत लेन-देन (P2P)।
- ₹2000 से कम राशि के सभी प्रकार के लेन-देन।
UPI शुल्क की दरें
विभिन्न सेवाओं पर शुल्क दरें:
सेवा का प्रकार | शुल्क दर (%) |
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ईंधन भुगतान | 0.5% |
टेलीकॉम और यूटिलिटी बिल | 0.7% |
सुपरमार्केट भुगतान | 0.9% |
बीमा और सरकारी सेवाएं | 1% |
अन्य व्यापारी भुगतान | 1.1% |
UPI शुल्क का उपयोगकर्ताओं पर प्रभाव
व्यक्तिगत उपयोगकर्ता:
- बैंक-टू-बैंक व्यक्तिगत ट्रांसफर अभी भी मुफ्त रहेगा।
- PPI वॉलेट का उपयोग करने वाले उपयोगकर्ताओं को ₹2000 से अधिक के भुगतान पर अतिरिक्त शुल्क देना होगा।
व्यापारी:
- व्यापारियों को अब ₹2000 से अधिक के भुगतान पर इंटरचेंज फीस देनी होगी।
- छोटे व्यापारियों को छूट दी गई है ताकि वे डिजिटल पेमेंट्स को अपनाने में हिचकिचाएं नहीं।
अन्य टेलीकॉम कंपनियों और वॉलेट्स की तुलना
PhonePe:
- PPI वॉलेट के माध्यम से ₹2000 से अधिक भुगतान पर 0.5%-1.1% तक इंटरचेंज फीस।
- बैंक-टू-बैंक ट्रांसफर मुफ्त।
Google Pay:
- व्यक्तिगत और व्यापारी दोनों प्रकार के बैंक ट्रांसफर मुफ्त।
- PPI वॉलेट उपयोगकर्ताओं के लिए इंटरचेंज फीस लागू।
Paytm:
- वॉलेट रिचार्ज और PPI आधारित भुगतान पर इंटरचेंज फीस लागू।
- बैंक-टू-बैंक ट्रांसफर मुफ्त।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
क्या सभी UPI ट्रांजैक्शन पर शुल्क लगेगा?
नहीं, केवल PPI वॉलेट आधारित ₹2000 से अधिक के व्यापारी भुगतान पर ही शुल्क लगेगा।
क्या बैंक-टू-बैंक ट्रांसफर मुफ्त रहेगा?
हाँ, व्यक्तिगत बैंक-टू-बैंक ट्रांसफर मुफ्त रहेगा।
क्या छोटे व्यापारियों को भी यह शुल्क देना होगा?
₹2000 से कम राशि वाले लेन-देन और छोटे व्यापारियों को छूट दी गई है।
निष्कर्ष
UPI पर लगाए गए नए शुल्क का उद्देश्य डिजिटल पेमेंट्स को अधिक संगठित और व्यावसायिक रूप से टिकाऊ बनाना है। हालांकि, व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं और छोटे व्यापारियों को छूट देकर इस प्रणाली को सभी के लिए सुलभ बनाया गया है। यदि आप PPI वॉलेट का उपयोग करते हैं तो आपको इन नए नियमों को समझना आवश्यक है ताकि आप अतिरिक्त चार्जेस से बच सकें।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। कृपया सभी विवरणों की पुष्टि NPCI या संबंधित संस्थानों से करें। UPI शुल्क केवल विशेष परिस्थितियों में लागू होता है और व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं के लिए अधिकांश सेवाएं अभी भी मुफ्त हैं।