आंगनवाड़ी और आशा वर्कर्स भारत के स्वास्थ्य और पोषण सेवाओं में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये महिलाएं ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य जागरूकता फैलाने, बच्चों और महिलाओं की देखभाल, टीकाकरण, और पोषण सेवाएं प्रदान करने जैसे कार्य करती हैं। हाल ही में, इन वर्कर्स की सैलरी बढ़ाने की खबर ने उनके जीवन में नई उम्मीदें जगाई हैं। इस लेख में हम इस सैलरी वृद्धि के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
Asha Worker & Anganwadi Salary Hike 2025
सरकार ने 15 अप्रैल 2025 से आंगनवाड़ी और आशा वर्कर्स के मानदेय में वृद्धि करने का प्रस्ताव रखा है। यह कदम इन वर्कर्स के आर्थिक और सामाजिक स्थिति को सुधारने के लिए उठाया गया है।
योजना का संक्षिप्त विवरण
विवरण | जानकारी |
कार्यकर्ता का प्रकार | आंगनवाड़ी और आशा वर्कर्स |
वर्तमान मानदेय | ₹2,000 – ₹12,500 (कार्य के आधार पर) |
नई सैलरी (संभावित) | ₹10,500 (सभी के लिए समान) |
लाभार्थी संख्या | 13 लाख+ आंगनवाड़ी वर्कर्स, 9 लाख+ आशा वर्कर्स |
लागू तिथि | 15 अप्रैल 2025 |
प्रस्तावित लाभ | आर्थिक सुरक्षा, सामाजिक सम्मान |
आशा और आंगनवाड़ी वर्कर्स की भूमिका
आशा वर्कर्स (ASHA Workers)
- आशा का मतलब है Accredited Social Health Activist।
- इनका मुख्य कार्य स्वास्थ्य जागरूकता फैलाना, गर्भवती महिलाओं की देखभाल करना, बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित करना और परिवार नियोजन को बढ़ावा देना है।
- इन्हें प्रोत्साहन आधारित मानदेय मिलता है जो उनके प्रदर्शन पर निर्भर करता है।
आंगनवाड़ी वर्कर्स (Anganwadi Workers)
- ये महिलाएं बच्चों और महिलाओं के पोषण और शिक्षा के लिए समर्पित होती हैं।
- आंगनवाड़ी केंद्रों पर बच्चों को पूर्व-विद्यालय शिक्षा देना, गर्भवती महिलाओं को पोषण संबंधी सहायता प्रदान करना इनके मुख्य कार्य हैं।
- इनके कार्यों में टीकाकरण, स्वास्थ्य जांच, और सरकारी योजनाओं से समुदाय को जोड़ना शामिल है।
सैलरी वृद्धि का महत्व
वर्तमान स्थिति
भारत में आशा और आंगनवाड़ी वर्कर्स का मानदेय राज्य और केंद्र सरकार द्वारा साझा किया जाता है। अभी तक विभिन्न राज्यों में इनका मानदेय अलग-अलग है:
- आशा वर्कर्स: ₹2,000 से ₹8,000 प्रति माह।
- आंगनवाड़ी वर्कर्स: ₹4,500 से ₹12,500 प्रति माह।
संभावित नई सैलरी
सरकार ने इनके मानदेय को बढ़ाकर ₹10,500 करने की योजना बनाई है। यह वृद्धि निम्नलिखित तरीकों से लाभकारी होगी:
- आर्थिक सुरक्षा: इससे इन महिलाओं को अपने परिवार के लिए बेहतर जीवन स्तर प्रदान करने में मदद मिलेगी।
- प्रोत्साहन: अधिक वेतन मिलने से उनका काम करने का उत्साह बढ़ेगा।
- सम्मान: यह कदम उनके योगदान को पहचानने और सम्मानित करने का प्रतीक होगा।
सैलरी वृद्धि पर एक नजर: तालिका
पद | वर्तमान मानदेय (₹) | संभावित नया मानदेय (₹) |
आशा कार्यकर्ता | ₹2,000 – ₹8,000 | ₹10,500 |
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता | ₹4,500 – ₹12,500 | ₹10,500 |
आंगनवाड़ी सहायिका | ₹2,250 – ₹8,750 | वृद्धि संभावित |
मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता | ₹3,500 – ₹6,500 | वृद्धि संभावित |
सरकार द्वारा उठाए गए कदम
प्रधानमंत्री द्वारा घोषणाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले भी इन कार्यकर्ताओं के लिए कई सुधारात्मक कदम उठाए हैं:
- मानदेय में नियमित वृद्धि।
- मुफ्त बीमा योजना जैसे प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना।
- प्रदर्शन आधारित अतिरिक्त प्रोत्साहन।
राज्य सरकारों की पहल
कुछ राज्य सरकारें अपने स्तर पर भी इन कार्यकर्ताओं के वेतन में सुधार कर रही हैं:
- हरियाणा सरकार ने 10 साल से अधिक अनुभव वाले आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का वेतन ₹14,000 तक बढ़ाया।
- पश्चिम बंगाल सरकार ने हाल ही में ₹750 की मासिक वृद्धि की घोषणा की।
चुनौतियां और समाधान
मुख्य चुनौतियां
- अपर्याप्त वेतन: वर्तमान वेतन कई बार न्यूनतम मजदूरी से भी कम होता है।
- काम का बोझ: इन महिलाओं पर अत्यधिक काम का दबाव होता है।
- सामाजिक सम्मान: इन्हें अक्सर सरकारी कर्मचारी जैसा दर्जा नहीं दिया जाता।
संभावित समाधान
- नियमित वेतन वृद्धि सुनिश्चित करना।
- काम के घंटों को सीमित करना और अतिरिक्त सुविधाएं प्रदान करना।
- इनके योगदान को पहचानने के लिए सामाजिक जागरूकता अभियान चलाना।
मानदेय वृद्धि के फायदे
मानदेय वृद्धि से निम्नलिखित लाभ होंगे:
- आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
- काम करने की प्रेरणा बढ़ेगी।
- समाज में सम्मान मिलेगा।
क्या यह खबर सच है?
हालांकि इस खबर ने कई लोगों को उत्साहित किया है लेकिन अभी तक केंद्र सरकार द्वारा कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। यह जानकारी केवल संभावित योजनाओं पर आधारित है।
Disclaimer:
यह लेख संभावित मानदेय वृद्धि पर आधारित है। पाठकों से अनुरोध है कि वे संबंधित सरकारी आदेशों या घोषणाओं की पुष्टि करें।